कुमारधुबी :
एक छोटी सी चूक से हो सकती है बड़ी दुर्घटना बिना सुरक्षा के कर रहे है मजदूर काम। प्रतिदिन बिना सुरक्षा और लापरवाही से मजदूर कर रहे है काम। ठेकेदार हरदेव कंस्ट्रक्शन की जिद से हो सकती है बड़ी दुर्घटना।जी हां , हम बात कर रहे है कुमारधुबी रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की, जो ठेकेदार के हठधर्मिता के कारण एक छोटी सी चूक से काम कर रहे मजदूरों की जान जा सकती है। आए दिन अखबार , टेलीविजन व सोशल मीडिया में निर्माण हो रहे ब्रिज में काम कर रहे मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खबरें प्रकाशित हो रही है ।इसमें बताया जा रहा है कि ठेकेदार के द्वारा बड़ी लापरवाही की जा रही है। काम कर रहे मजदूरों को सुरक्षा के लिए जूता, हेलमेट, सेफ्टी बेल्ट अन्य चीजों को नही दी जा रही। बिना सेफ्टी के मजदूर कार्य मे लगे है। मजदूर जान को हथेली में रखकर काम कर रहे हैं। कुछ पैसे बचाने के कारण ठेकेदार अपने काम को आगे बढ़ाने में लगे हैं और मजदूर जान को जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं । ऊंचाई पर काम करने के दौरान मजदूरों को ना ही कोई किसी प्रकार के सेफ्टी बेल्ट दी जाती है, ना हेलमेट ना जूता ना ही गंदगी से बचने के लिए मास्क। गहराई, ऊंचाई में मजदूर डरे सहमे हुए काम करते हैं।वही कार्यस्थल पर रोशनी की भी कोई उचित व्यवस्था कंपनी द्वारा नहीं की गई है। काम में लगे गाड़ियों की ट्रांसपोर्टिंग के लिए कोई उचित मार्ग निकाला गया है । काम में लगे गाड़ियों की ट्रांसपोर्टिंग दिन में होने से रेलवे ओवरब्रिज में ठसम- ठस जाम लग जा रही है। जाम में मरीज से लेकर जरूरी कार्य वाले लोग फस जा रहे हैं। जाम लगने पर जाम घंटों लगी रहती है। गुड्डा गुड्डी से जर्जर सड़क हो गई है। वही सिंगल रोड में डबल गाड़ियों का परिचालन किया जा रहा है। और सुरक्षा के नाम पर ठेंगा दिखाया जा रहा है।प्रशासनिक अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि सभी की नजर हमेशा रहती है।
लेकिन वह अपनी आवाज को तब बुलंद करेंगे जब कोई बड़ी घटना हो जाती है।आखिर ऐसे घोर लापरवाही पर बड़ी दुर्घटना घटने के बाद सरकार जिला प्रशासन की आंखें खुलती है और तत्पश्चात किसी के ऊपर जिम्मेदारियों का बोझ डालकर कार्रवाई कर दिया जाता है। समय रहते अगर सुरक्षा की उचित व्यवस्था हो तो कोई बड़ी घटना होने की हम बात नहीं कर सकते हैं।
